नागपुर जिला परिषद चुनाव: RSS के गढ़ में हारी BJP, कांग्रेस ने कसा तंज

मुंबई, महाराष्ट्र में हुए 6 जिला परिषद चुनावों में बीजेपी को करारा झटका शिवसेना से मतभेद के कारण सरकार दोनों की सरकार नहीं बन पाईलगा है. 6 में से 4 जिला परिषद चुनावों में एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना इसके बाद उद्धव ठाकरे की अगुआई में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने के गठबंधन (महाविकास आघाड़ी) को जीत मिली है. बीजेपी ने धुले गठबंधन की सरकार बनाई. जिला परिषद चुनाव जीता है. वहीं अकोला में प्रकाश आंबेडकर की वंचित कांग्रेस ने कसा बीजेपी पर तंज-महाराष्ट्र में जिस तरह राजनीतिक बहुजन आघाड़ी ने तीसरी बार सत्ता हासिल समीकरण बदले हैं, उसकी कल्पना शायद ही बीजेपी की है. महाराष्ट्र में नागपुर, अकोला, धुले, |ने की हो. बीजेपी की हार के बाद कांग्रेस ने करारा नंदुरबार, पालघर और वाशिम में मंगलवार हमला बोला है. पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने को जिला परिषद चुनाव के लिए वोट डाले ट्वीट कर लिखा कि नागपुर जिले में आरएसएस गए थे, जिसके नतीजे बुधवार को घोषित का मुख्यालय है और यहां जिला परिषद चुनावों में किए गए. सबसे चौंकाने वाली बात है कि कांग्रेस को जीत मिली है. कांग्रेस नेता के मुताबिक, बीजेपी नागपुर जिला परिषद चुनाव हार गई, लोगों ने बीजेपी को नकार दिया है. बेहतरी के लिए जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (ऋर) का गढ़ लोगों का मूड अब बदल रहा है.महाराष्ट्र विधानसभा माना जाता है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के चुनावों के बाद सबकी नजरें जिला परिषद चुनावों गांव धपेवाडा में भी बीजेपी को मात मिली. साथ ही पालघर जिला परिषद पर थीं. क्या जिला परिषद चुनावों में ग्रामीण जनता महाविकास आघाड़ी भी उसके हाथ से चली गई. फडणवीस को झटका-पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र का साथ देगी, यह सवाल बना हुआ था. फडणवीस के लिए ये चुनावी नतीजे किसी झटके से कम नहीं हैं. 2019 चला महाविकास आघाड़ी का जादू-बीजेपी ने लगभग सभी नेता ये कह विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. लेकिन रहे थे कि आने वाले चुनाव में जनता तीनों दलों को सबक